(कोरबा-बालकों) कमलिनी एमजीएम नर्सरी स्कूल बालको में क्रिसमस का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भारत में त्योहारों को मनाने की परंपरा बच्चों को उन त्योहारों और उनके महत्व को समझने में मदद करती है। इसी परंपरा को जारी रखते हुए, स्कूल में प्रभु ईसा मसीह के जन्म की कथा को नाट्य रूप में प्रस्तुत किया गया। यह कार्यक्रम स्कूल की प्राचार्य, सुमा जोसेफ के मार्गदर्शन में और शिक्षकों के सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
इस कार्यक्रम में नन्हे मुन्ने बच्चों ने विशेष रूप से उस समय के परिधान पहनकर ईसा मसीह के जन्म की घटना को जीवंत किया। बच्चों की भूमिका और अभिनय ने पूरे नाटक को जीवंत और आकर्षक बना दिया। कुछ बच्चे सेन्टा क्लॉज का रूप धारण करके आए थे, जिन्होंने अपने साथ लाए हुए चॉकलेट बच्चों में वितरित किए। इस कार्यक्रम से बच्चों ने न केवल क्रिसमस के महत्व को समझा, बल्कि वे एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशी और उमंग के माहौल में थे।
कार्यक्रम का समापन केक वितरण से हुआ, जिसमें सभी बच्चों ने आनंद लिया। इस आयोजन ने बच्चों को आपसी सौहार्द, प्रेम और भाईचारे का संदेश दिया। पूरा कार्यक्रम न केवल मनोरंजक था, बल्कि बच्चों के लिए एक यादगार और शिक्षाप्रद अनुभव भी साबित हुआ।